![]() |
Kabir Ke Shabd |
कबीर के शब्द
अवधु बेगम देश हमारा।
राजा रंक फकीर बादशाह, सबसे कहूं पुकारा।
जो तुम आए झीने होके, तजदो मन को भारा।।
ऐसी रहन रहो रे गोरख, सहज उतर जाओ पारा।
सत्तनाम की है महताबे, साहिब के दरबारा।
बचना चाहो कठिन काल से, गहो नाम टकसारा।
कह कबीर सुनो हो गोरख, सत्तनाम है प्यारा।।
कह कबीर सुनो हो गोरख, सत्तनाम है प्यारा।।
0 टिप्पणियां