1 काहे की भेंट चढ़ाऊँ 2 गुरु जी ओड़ निभाइयो।। 3 काहे बजाए शंख नगाड़े।। 4 भला हे दिन ऊग्या।। 5 गुर…
और पढ़ेंगुरु देव दया करके, मुझको अपना लेना गुरु वचनों को रखना।। राम सुकृत करले आगे आडो।। भजन करले बीती जाए …
और पढ़ें15 अब कोय गुरु चरण चित्त लावै209न।। 18 गुरु देव दया करके। 19 गुरु वचनों को रखना।। 19 राम सुमरले …
और पढ़ें6 किस पे मैं जां 15 अब कोय गुरु चरण चित्त लावै 18 गुरु देव दया करके। 19 गुरु वचनों को रखना।। 19 …
और पढ़ेंरस की भरी एक वाणी, तुम सुनियो ज्ञानी।। कौन है तेरे अंदर बोले, सुगरा हो सो पद को खोले। …
और पढ़ेंभला हे दिन ऊग्या हे म्हारै सद्गुरु आए आज।। सद्गुरु आँगन आए, म्हारै ज्ञान घमशान मचाए। म्हारे उर में …
और पढ़ेंKabir Ke Shabd कबीर के शब्द चरखले आली री, तेरा चरखा बोलै राम-२। तूँ भज ले न तुंही।। चरखा तेरा रं…
और पढ़ेंरोवै नीर भरण आली, जब धंसा घड़े में कूआ।। इतनी सै तूँ चातर नारी, एक हाथ मे ले रही डोरी। नीर भरै …
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